Taqwamarriage.com is working to provide a platform for Taqwa minded family searching for good profile for their beloved one. We are working for Un-married, Divorced, Khula and widow profiles.
Taqwamarriage.com have got success of many family to get married and many are under conversation even those who did not pay a single rupee. We have develop an automated system where Free and Subscribed use can search and connect with other profiles. We are trying to prvoide a platform where people can come and register and get the chance for good profiles. We have subscription options but most of the people don't avail it.
Alhamdulillah we have achieved good profiles since 2011. We have been connecting people from all India and those who are living abroad from india. It needs a continuous efforts to maintain the quality and standard of the website.
We appreciate if you can support to those who can afford and for Taqwamarriage reach to every need person.
Support to upgrade Free profile to Subscribe (1 yr) Pay INR 2000/- | |
Support to upgrade Free profile to Assistance Service: (6 Months) Pay INR 5000/- | |
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जिंदगी के इस भाग दौड़ में हम इतने गुम हो चुके हैं या यूँ कहिये कि हम अपने ज़रुरियाते ज़िंदगी मे इतने मे उलझ गये हैं कि हमारी आपसी मेल जोल कट सी गयी है| बहुत सी समस्याओ के साथ रिश्तों का न मिलना भी एक सामाजिक मसला बन चुका है जिसकी एक वजह तो हमारी आपसी दूरियाँ हैं| आमतौर से हर समाज में रिश्तों की समस्याएँ तलाक़शुदा और बेवाओ की होती है लेकिन आज कल देखा जाये तो एक बडी़ तादाद ऐसे लड़कियों की हैं जिनकी उम्र ढलती जा रही है और रिश्ता मिलना बहुत मुश्किल हो रहा है जिसकी बहुत से वजह हो सकते हैं एक वजह तो यह है कि हम अपने बच्चों की शादी वक़त पर नही करते और दुसरी सबसे बडी़ वजह हमारे रस्मों रोवाज हैं जो रिश्तों की तकमील होने में रुकावट बनते हैं|
अल्लाह ताला क़ुरआन में फरमाता है: “तुम्मे जो लोग मुजर्रद (बिना जोड़े के) हों और अपने नेक बख्त गुलामों और लौंडियों का निकाह कर दिया करो अगर ये लोग मोहताज होंगे तो खुदा अपने फज़ल व (करम) से उन्हें मालदार बना देगा और ख़ुदा तो बड़ी गुन्जाइश वाला वाक़िफ कार है” (क़ुरआन २४:३२)
हजरत अब्दुल्लाह इब्ने मसऊद रज़ि से रिवायत है कि रसूलल्लाह सल्ल. ने हमसे फ़रमाया: ऐ नौजवानो की जमाअत ! तुम में से जो निकाह करने की माली हैसियत रखता हो उसे निकाह करना चाहिए क्योंकि निकाह नज़र को झुकाने वाला और शर्मगाह को महफूज़ रखने वाला अमल है और जो कोई माली हैसियत न रखता हो, वो रोज़ा रखे क्योंकि रोज़ा ढाल है (यानी रोज़ा नफ़्स की ख्वाहिशों को कुचल देता है।) सहीह बुखारी अलहम्दुलिल्लाह
तक़वा मैरेज 2011 से इस कोशिश में लगी हुई है, तक़वा मैरेज एक ऐसा प्लेटफार्म है जहां बडी़ तादाद मे लोग इसे फ्री इस्तेमाल करते है और उन्हें क़ामयाबी भी मिलती है| आप हजरात से गुज़रिश है कि इस नेक काम में हिस्सा लें ताकि हमें भी हौसला और हिम्मत मिले और ये नेकी का सिलसिला आगे बढ़ता रहे|
Please read the Terms and Conditions carefully before registering. हिंदी में पढ़े TaqwaMarriage.com welcomes you on its website which has been set up to act as a platform for Taqwa minded families, boys and girls who are interested in re-establishing the I
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Marriage is a sign of Allah
“And of His signs is that He created for you from yourself mates that you may find tranquility in them; and He placed between you affection and mercy. Indeed in that are signs for people who give thought.” (Sura Rum, Ayat-21)
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